कम से कम 12वीं पास होना चाहिए।
कंप्यूटर का बुनियादी ज्ञान और डिप्लोमा/सर्टिफिकेट (जैसे CCC) होना चाहिए।
स्थानीय निवासी होना और अच्छी सामाजिक प्रतिष्ठा होना जरूरी है।
रिटायर्ड बैंक कर्मचारी, सेना के पूर्व सैनिक या शिक्षित युवा को प्राथमिकता दी जा सकती है।
बैंक का चयन करें:
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) जैसे सरकारी बैंक CSP प्रदान करते हैं।
अपने नजदीकी बैंक शाखा से संपर्क करें और उनके CSP प्रोग्राम के बारे में जानकारी लें।
आवश्यक दस्तावेज:
आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी।
शैक्षिक प्रमाण पत्र।
निवास प्रमाण पत्र।
पुलिस सत्यापन/चरित्र प्रमाण पत्र।
दुकान/ऑफिस का किराया समझौता (यदि लागू हो)।
तकनीकी आवश्यकताएं:
एक कंप्यूटर (4GB RAM, 512GB हार्ड डिस्क)।
प्रिंटर, स्कैनर और बायोमेट्रिक रीडर।
हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्शन।
बैंक द्वारा प्रदान किया गया सॉफ्टवेयर और पोर्टल ID।
आवेदन प्रक्रिया:
बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या शाखा से CSP फॉर्म प्राप्त करें।
फॉर्म भरें और सभी दस्तावेज संलग्न करें।
कुछ बैंकों ने तृतीय-पक्ष कंपनियों (जैसे CSC, Sanjeevani, Grahak Seva Kendra) के साथ टाई-अप किया होता है, उनके माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं।
निवेश और स्थान:
50-100 वर्ग फुट की दुकान या ऑफिस चाहिए।
शुरुआती निवेश (कंप्यूटर, फर्नीचर, आदि) के लिए 1-2 लाख रुपये तक लग सकते हैं।
प्रशिक्षण और अनुमोदन:
आवेदन स्वीकृत होने पर बैंक या तृतीय-पक्ष कंपनी प्रशिक्षण प्रदान करती है।
इसके बाद आपको पोर्टल ID, KO कोड और अन्य जरूरी सॉफ्टवेयर मिलेंगे।
कमाई:
CSP की कमाई कमीशन आधारित होती है, जैसे खाता खोलने पर 15-20 रुपये, लेनदेन पर 0.5-1% कमीशन।
अन्य सेवाओं (बीमा, लोन, सरकारी योजनाएं) पर भी कमीशन मिलता है।
सुझाव:
अपने क्षेत्र में CSP की मांग और प्रतिस्पर्धा का आकलन करें।
किसी भी तृतीय-पक्ष कंपनी के साथ जुड़ने से पहले उनकी विश्वसनीयता जांच लें।
अधिक जानकारी के लिए अपने नजदीकी बैंक शाखा या CSC केंद्र से संपर्क करें।
सावधानी: फर्जी कंपनियों से सावधान रहें जो CSP के नाम पर पैसे मांगती हैं। हमेशा बैंक या उनकी आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से प्रक्रिया शुरू करें।