कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भोपाल में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, महाकाल मंदिर के विकास के लिए कमलनाथ जी ने साढ़े 3 करोड़ रुपए मंजूर किए लेकिन दुर्भाग्य से हमारी सरकार चली गई और ठेका मिला किसको? सप्तऋषि की मूर्तियां जिसके एक-एक मूर्तियों पर 45 लाख खर्च हुए वो हवा के झोंके से गिर गई लेकिन शासन-प्रशासन ने कहा कि हवा तेज थी इसलिए मूर्तियां गिर गईं। 7 मूर्तियों में से 6 मूर्तियां जो गिरी हैं इसकी पूरी जवाबदारी ठेकेदार के साथ-साथ उन सभी अधिकारियों की है जिन्होंने ठेका मंजूर किया है उन ठेकेदार को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। बीजेपी धर्म के नाम पर व्यवसाय करती है।