शिवशक्तिलाल शर्मा कॉलेज रतलाम संचालक के खिलाफ FIR, बेटा और मैनेजर भी नामजद

मध्यप्रदेश में रतलाम के शिवशक्तिलाल शर्मा आयुष मेडिकल कॉलेज के छात्र की आत्महत्या के मामले में कॉलेज संचालक डॉ राजेश शर्मा, उनके पुत्र शिवांग शर्मा और प्रबंधक के विरुद्ध आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का प्रकरण औद्योगिक पुलिस थाने पर दर्ज हुआ है। 2 जुलाई को आयुष कॉलेज के फाइनल ईयर के स्टूडेंट संदीप परमार ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद उसके सुसाइड नोट और नोटबुक में प्रदेश के शिक्षा मंत्री के नाम लिखे एक शिकायती पत्र के सामने आने के बाद बवाल मच गया था। 

कलेक्टर की जांच के बाद दर्ज हुआ है मामला

कॉलेज के छात्रों और एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने सैलाना बस स्टैंड चौराहे पर रोड जाम कर कॉलेज प्रबंधन द्वारा अवैध फीस वसूली और प्रताड़ित किए जाने के आरोप लगाए थे। इसके बाद कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए 5 सदस्यों की समिति का गठन किया था। इस समिति की जांच रिपोर्ट के बाद औद्योगिक पुलिस थाने पर कॉलेज के संचालक डॉ राजेश शर्मा, शिवांग शर्मा और अरुणेश द्विवेदी पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने और प्रताड़ित करने की विभिन्न धाराओं में अपराधिक प्रकरण दर्ज हुआ है।

शिवशक्तिलाल मेडिकल कालेज के छात्र ने फांसी लगा ली थी

दरअसल 2 जुलाई को सैलाना रोड स्थित पुखराज रेसीडेंसी के एक घर में डा. शिवशक्तिलाल शर्मा आर्युवेदिक मेडिकल कालेज के छात्र संदीप परमार निवासी शुजालपुर ने अपने रूम में फांसी लगा ली थी। वह रतलाम में रहकर बंजली स्थित डा. शिवशक्तिलाल शर्मा आर्युवेदिक मेडिकल कालेज में बीएएमएस फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा था। 11 जुलाई से उसकी परीक्षा शुरू होने वाली थी। संदीप का रूम पार्टनर देवेंद्र गुर्जर 2 जुलाई की सुबह करीब साढ़े दस बजे कालेज चला गया था। संदीप घर पर ही था। देवेंद्र शाम करीब 5 बजे रूम पर लौटा तो अंदर से दरवाजा बंद था। आवाज देने पर भी दरवाजा नहीं खोला गया। पड़ोस के लोगों को बुलाया। खिडक़ी से झांककर अंदर देखा तो संदीप पंखे के हुक से बंधी रस्सी के फंदे से लटका था। 

सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पहुंची। दरवाजा तोडक़र जांच की और शव उतरवाकर जिला अस्पताल भिजवाया। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला था, जिसमें कॉलेज प्रबंधन से परेशान होने का जिक्र किया गया था। वही, मृतक संदीप की नोटबुक से मिले एक अन्य नोट में कॉलेज प्रबंधन पर सवाल खड़े किए गए थे। जिसके बाद मृतक संदीप के परिजनों ने भी कॉलेज प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए थे ।