विदिशा। आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष संतोष सोनी ने बताया कि प्रांतीय अध्यक्ष भरत पटेल के आह्वान पर पिछले 1 वर्ष से प्रदेश भर के सभी शिक्षक पूरे प्रदेश में मनोकामना यात्रा कर सरकार को पुरानी पेंशन लागू करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं इस प्रार्थना में सरकार के माननीय मंत्री एवं विधायक गढ़ भी उपस्थित रहे हैं।
मनोकामना यात्रा की समाप्ति भोपाल में 25 दिसंबर को होनी थी किंतु सरकार ने अपना तानाशाही रवैया अपनाकर 25 दिसंबर की अनुमति 24 दिसंबर की दोपहर को निरस्त की जिससे अध्यापक शिक्षक संवर्ग का करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ भोपाल में लगे टेंट को भी सरकार ने उखाड़ फेंका।
अबकी बार सरकार से आरपार के मूड में अध्यापक शिक्षक संवर्ग ने पुनः अपने कार्यक्रम को मूर्त रूप देने के लिए भोपाल में शिक्षक महा सम्मेलन के लिए एवं विदिशा में गणेश पूजन के लिए अनुमति की मांग की थी जिसे शासन एवं प्रशासन ने अनुमति देने से मना कर दिया किंतु आजाद अध्यापक शिक्षक संघ पूर्व से ही यह तैयारी में था कि यदि भोपाल से अनुमति निरस्त होती है तो हम विदिशा से गणेश पूजन कर पदयात्रा भोपाल तक के लिए शुरू करेंगे। यह पदयात्रा प्रतिदिन 8 से 10 किलोमीटर की यात्रा तय करेगी और भोपाल पहुंचेगी आजाद अध्यापक शिक्षक संघ में जिले के समस्त कर्मचारियों से आह्वान किया है कि 1 मई मजदूर दिवस को सभी कर्मचारी विदिशा पदयात्रा में शामिल हो। मंडला जिले से लगभग 1000 शिक्षक इस यात्रा में शामिल होंगे। विकासखंड मवई बिछिया, नारायणगंज, घुघरी, मोहगांव, नैनपुर, मंडला, निवास एवं बीजाडांडी से अध्यापक शिक्षक संवर्ग एवं मातृ शक्तियों रैली में शामिल होंगी।
जिला अध्यक्ष संतोष सोनी ने बताया कि सरकार हर बार लोकतांत्रिक तरीके से हमें अपनी बात रखने के लिए कोई अवसर प्रदान नहीं कर रही है अब देखना यह है कि हमें भोपाल तक पहुंचने के लिए सरकार कौन-कौन से रोड़े अपनाएगी ।संगठन ने अबकी बार यह तय कर लिया है कि हम हर हाल में पदयात्रा भोपाल तक लेकर जाएंगे।