मध्यप्रदेश में 30 हजार से अधिक चयनित शिक्षकों के दस्तावेजों का वेरीफिकेशन होने के बावजूद उन्हें नियुक्ति नहीं मिल पाई है दो वर्षों से अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे कई चयनित शिक्षकों को मजदूरी तक करना पड़ रही है। नियुक्ति न मिलने से निराश चयनित शिक्षक मानसिक अवसाद और आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं जिसके कारण अभी तक प्रदेश में 75 से अधिक चयनित शिक्षक परलोक सिधार गए। जबकि प्रदेश में राजनेता बेपरवाह होकर भषणो का डोज देने में मस्त हैं। हैरत की बात है कि प्रदेश में शिक्षकों की भारी कमी किसी से छुपी नहीं है फिर भी सरकार शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया को टालती जा रही है। चयनित शिक्षक, नियुक्ति के लिए मंत्रियों, कलेक्टरों और मुख्यमंत्री को कई बार ज्ञापन दे चुके हैं लेकिन अभी तक निराशा ही हाथ लगी है
अभी तक प्रदेश में 75 से अधिक चयनित शिक्षक परलोक सिधार गए। हाल ही में खरगोन के चयनित शिक्षक राकेश पाटीदार ने आत्महत्या कर ली। जिससे प्रदेश के चयनित शिक्षक घोर संताप डूब गए। इस मामले को सरकार ने गंभीरता से नहीं लिया है या कहें तो सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता है सरकार की संवेदनशीलता मर चुकी है। इधर नियुक्ति न मिलने से परेशान चयनित शिक्षक मौत को गले लगा रहे हैं उधर, प्रदेश में राजनेता बेपरवाह होकर भषणो का डोज देने में मस्त हैं। चयनित शिक्षक राकेश पाटीदार ने आत्महत्या के मामले में स्कूल शिक्षा मंत्री ने मीडिया से कहा है कि खुदकुशी का कोई और कारण हो सकता है
इससे पूर्व कई बार शिक्षा मंत्री कह चुके थे कि 15 अगस्त तक सभी चयनित शिक्षक अपने विद्यालय में पहुंच जाएंगे। साथ ही प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान भी कई अवसरों पर जल्द ही चयनित शिक्षकों की नियुक्ति का आश्वासन देते आए हैं लेकिन राजनेताओं के इन भाषणों के डोज के बाद भी आज तक चयनित शिक्षकों को नियुक्ति नहीं मिल सकी।
चयनित शिक्षकों का दर्द ....
चयनित शिक्षक जनवेद सिंह मौर्य का कहना है कि मध्यप्रदेश में 2011 के बाद 2018 में 8 वर्ष पश्चात शिक्षक भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ हुई जो कि सरकार के ढुलमुल रवैया से आज तक पूर्ण नहीं हुई। अभ्यर्थियों द्वारा DPI और शिक्षा मंत्री से कई बार संपर्क साधा गया लेकिन हमें गुमराह किया जा रहा है एवं भर्ती के संदर्भ में स्पष्ट कुछ नहीं बताया जा रहा है।
नियुक्ति न होने के कारण चयनित शिक्षक घोर आर्थिक तंगी और मानसिक अवसाद से जूझ रहे हैं। हम भविष्य के होने वाले शिक्षक, एक शिक्षक की गरिमा से हटकर चाय बेचने, मजदूरी करने, सब्जी बेचने जैसे कार्य करने को मजबूर हैं नियुक्ति न मिलने से हम अनेक समस्याओं का सामना कर रहे हैं एवं अपने परिवार के स्वास्थ्य एवं भरण पोषण की व्यवस्था करने में भी स्वयं को असमर्थ पा रहे हैं।
चयनित शिक्षकों ने मांग किया है कि बहुत इंतजार हो चुका है मध्यप्रदेश सरकार चयनित शिक्षकों को शीघ्र नियुक्ति देकर प्रदेश के युवाओं को सकारात्मक संदेश दे ताकि युवाओं की आशा और विश्वास बना रहे और प्रदेश के स्कूल की शिक्षा व्यवस्था देश में उच्च स्तर पर पहुंच सके
इस तरह चली मध्यप्रदेश में शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया ......
उच्च माध्यमिक शिक्षक पद - 19200
माध्यमिक शिक्षक पद - 11374
विज्ञापन जारी - 10 सितंबर 2018
उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा -- 1 से 11 फरवरी 2019 तक
परीक्षा परिणाम घोषित - 28 अगस्त 2019
परीक्षा में शामिल अभ्यार्थी- करीब 2 लाख
माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा - 16 फरवरी से 10 मार्च 2019
परीक्षा परिणाम घोषित- 26 अक्टूबर 2019