धीरज जॉनसन/दमोह। देश में खेल प्रतिभाओं को चिंहित कर प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को लगातार मौका मिलता रहा है। दरअसल देश के कोने-कोने में फैले हुनर को ढूंढ कर इन्हें इसलिये भी प्रशिक्षित किया जाता हैं कि उनका लाभ दूसरों को भी प्राप्त हो सके,ट्रेनिंग औऱ सुविधा अगर जल्द उपलब्ध हो तो खेल के मैदान में हुनर दिखाने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
जिले में भी एक ऐसा ही छुपा हुआ टेलेंट सामने आया है जिसने सरकारी सेवा में रहते हुए विभाग की ओर से एवं ओपन टूर्नामेंट में हिस्सा लेकर मेडल प्राप्त किये और आज भी 51 वर्ष की आयु पूर्ण होने के बाद भी निरंतर व्यायाम कर आगामी समय में होने वाले खेलों का इंतजार कर रहे है।
दमोह वन मंडल के सगौनी वन परिक्षेत्र के बीट कुसमी में वनरक्षक के पद पर कार्य कर रहे भरत सिंह ठाकुर इस सेवा में 2008 में आये और विभाग की ओर से देश के बहुत से हिस्सों में अपना हुनर दिखाया परंतु इन्हें खेल के प्रति रुचि छात्र जीवन से ही रही और स्कूल स्तर पर संभागीय प्रतियोगिताओं में सहभागी रहे उस दौरान उनके शिक्षक रहे दामोदर अहिरवार, आर.सी.चौबे एवं विभाग में उनके शिक्षक एल.तिवारी (विदिशा) को वे आज भी सम्मान से याद करते है।
इन्होंने 2014 से वन विभाग की ओर से खेल में प्रतिनिधित्व करना प्रारम्भ किया और एथेलेटिक्स, कबड्डी, जेवलिन थ्रो,ट्रिपल जंप, हाई जंप, लॉन्ग जंप, हैमर थ्रो में पुरुस्कार प्राप्त किये। राज्य स्तरीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में इन्होंने 28 पुरुस्कार,वृत स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में 17 मेडल ऑल इंडिया टूर्नामेंट में 5 मेडल हासिल किए एक बार ऑलराउंडर होने के कारण सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर का पुरस्कार भी मिला,अब तक विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं से इन्हें 50 पदक प्राप्त हो चुके है।
भरत सिंह बताते है कि उनका बचपन दमोह जिले के ग्राम चिरई में काफी संघर्ष में बीता बड़े होते ही गांव के एक मैदान में दौड़ का अभ्यास करते थे जिसे आज गांव वाले भरत मैदान के नाम से संबोधित करते है युवाओं को संदेश देते हुए इनका कहना है कि प्रतिदिन व्यायाम करें और नशे से दूर रहे और अपनी प्रसन्नता जाहिर करते हुए इनका कहना था कि वे खुश है इतने वर्षों में पहली बार समाज के सामने उनका संदेश जा रहा है वन परिक्षेत्र की कुसमी बीट जहां भरत सिंह सेवाएं दे रहे है यहाँ उनके निवास पर एक अलमारी मेडल, कप औऱ सर्टिफिकेट से सुसज्जित है जिसे वे अपने जीवन का महत्वपूर्ण प्रतिफल मानते है।
मुख्य खेल प्रतियोगिता जिनमें प्रतिनिधित्व किया
1.ऑल इंडिया फारेस्ट स्पोर्ट्स मीट: गोवा-2014 (कबड्डी)
2.ऑल इंडिया फारेस्ट स्पोर्ट्स मीट:बैंगलौर-2015 (एथलेटिक्स एवं 100×400 मीटर दौड़- द्वितीय)सिल्वर मेडल
3.ऑल इंडिया ओपन टूर्नामेंट-विदिशा-2015
(100×400मीटर दौड़-प्रथम) गोल्ड मेडल
4.ऑल इंडिया फारेस्ट स्पोर्ट्स मीट: हैदराबाद-2016-
100 मीटर दौड़
5.मास्टर्स एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया:इलाहाबाद-2017-
100×400 द्वितीय स्थान (सिल्वर मेडल)
6.ऑल इंडिया फारेस्ट स्पोर्ट्स मीट: रायपुर- 2018- 100×400 मीटर दौड़- ब्राउन मेडल
7. ऑल इंडिया फारेस्ट स्पोर्ट्स मीट: भुवनेश्वर-2020- 100×400 मीटर दौड़
सिल्वर मेडल
"खेलों के प्रति इनकी रुचि का उपयोग प्रतिभाओं को सामने लाने के लिए किया जाना चाहिए जिससे खेल जगत का नाम प्रदेश और देश में रोशन हो,भरत सिंह ने अपने जीवन काल में जो उपलब्धि हासिल की है वह सराहनीय है,ग्रामीण प्रतिभाओं को निखारने में भी ऐसे कोच की आवश्यकता है पार्टी भी इन्हें सम्मानित करेगी"
प्रीतम सिंह लोधी, जिलाध्यक्ष, भाजपा
उन्हें सम्मानित किया जाएगा
"पहली बार सुना कि वन विभाग के किसी व्यक्ति ने विभागीय औऱ ओपन टूर्नामेंट में 50 पदक प्राप्त किये,खेल के क्षेत्र में जो मदद होगी वह की जाएगी,कलेक्टर औऱ जिला प्रशासन से भी आग्रह करेंगे कि उन्हें सम्मानित किया जाए,एवं आनेवाले कार्यक्रम में जिला कांग्रेस भी पार्टी की तरफ से उन्हें सम्मानित करेगी"
प. मनु मिश्रा, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस
कोच के रूप में आमंत्रित करेंगे
"यह बड़ी उपलब्धि है,खेल के क्षेत्र में हमारा पूर्ण सहयोग रहेगा,अभी टेलेंट सर्च होने वाला है उसमें हम उन्हें कोच के रूप में आमंत्रित करेंगे एवं आने वाले समय में होने वाली प्रतियोगिताओं में भी उन्हें शामिल करेंगे"
एस. यादव, खेल अधिकारी, (खेल एवं युवक कल्याण) दमोह
खेल प्रतिभाओं को उभारने में सहयोग लेंगे
"दमोह के लिए गौरव की बात है कि वन विभाग ने इतने अच्छे खिलाड़ी प्रदान किये, आनेवाले समय में जो टूर्नामेंट होंगे हम उसमें उनका सहयोग चाहेंगे जिससे खेल प्रतिभागियों को उभार सके"
विवेकदत्त शर्मा, जिला क्रीड़ा अधिकारी, दमोह