शिवपुरी। आज कलेक्ट्रेट कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई में एक मामला प्रकाश में आया है। जिसमें एक महिला ने अपने पति पर झूठी एफआईआर दर्ज कराकर जेल भेजने का आरोप लगाया है। इस मामले की शिकायत पीडिता ने जनसुनवाई की पेटी में डालकर की।
जानकारी के अनुसार बैना आदिवासी सहित दो अन्य महिलाओं ने आरोप लगाते हुए बताया है कि उसका पति बृजेश पाल पुत्र नारायण गोपाल, 30 साल,राम कुमार पाल पुत्र हरी लाल पाल, 38 साल,वीरेंद्र पाल पुत्र राम चरण पाल, 36 साल तीनों निवासी ग्राम दुर्गापुर, थाना भौती मजदूर वर्ग के आदमी हैं। जहां वह मजदूरी करके अपने घर का पेट पालते हैं।
बीते 10 माह पहले आरोपी मुन्ना ठाकुर, 40 साल निवासी माउली, जो अमरपुर में सरकारी टीचर है, वह तीनों मजदूरों के घर आया और कहने लगा कि मेरे ट्रैक्टर ट्रॉली में खंडे भरकर ले आओ। जहां तीनों मजदूर माउली के पास ट्रैक्टर से पत्थर भरकर ला रहे थे। क्योंकि तीनों मजदूर अवैध पत्थर लेकर आ रहे थे इसके चलते बीच रास्ते में रेंजर ने उनके ट्रैक्टर सहित पकड़ लिया।
जिसकी सूचना मजदूरों ने मुन्ना ठाकुर को दी उक्त आरोपी मौके पर पहुंचा और रेंजर से अपना ट्रैक्टर छोड़ने का कहने लगा जब रेंजर ने मुन्ना की बात नहीं मानी तो मुन्ना ने रेंजर के साथ मारपीट कर दी जिसके चलते रेंजर ने थाने में जाकर शिकायत कर दी।
महिलाओं का आरोप है कि मुन्ना ने रेंजर और थानेदार से सांठगांठ करके खुद को मामले से बाहर कर लिया और उसके पति को अवैध पत्थर लाने एवं रेंजर के साथ मारपीट करने के चलते जेल में बंद करा दिया। क्योंकि आरोपी सरकारी मास्टर है अगर उस पर एफआईआर या कोई मामला दर्ज होता है तो उसकी नौकरी चली जाएगी। जिसके चलते उक्त आरोपी ने इस मामले से निकलकर उनके पतियों को फसवां दिया।
जिसके चलते अब हालात यह हैं कि महिलाओं के घर में खाने के लाले पड़ रहे हैं। जिसके चलते उनके परिवार की भूखे मरने की नौबत आ गई है। जहां पर प्रशासन से मदद मांगने आई है कि उनके पतियों को छोड़ दिया जाए और आरोपी मुन्ना ठाकुर को गिरफ्तार कर कार्रवाई की जाए।
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