शिवपुरी। कोरोना संक्रमण जिले में तैजी से फैल माह हर माह अपने पिछले माह का रिर्काड तोड रहा हैं। प्रशासन भी प्रयास कर रहा है कि कैसे भी संक्रमण रूक जाए लेकिन ऐसा नही हो रहा है। इस संक्रमण को लेकर स्वास्थय विभाग भी बडी लापरवही बरत रहा हैं।
कुछ ऐसा ही मामला अस्तपाल में सामने आया हैं। हुआ यूं कि एक युवक रेपिड किट में पॉजिटिव निकल आया। ओपीडी में बैठे डॉक्टर ने पर्ची देकर दवा लेने कोरोना मरीज को ही मेडिकल स्टोर पर भेज दिया।
एएनएम सेंटर पहुंचने पर नर्स ने लौटा दिया और कहा कि भर्ती का पर्चा बनवाकर लाओ। करीब ढाई घंटे तक युवक भटकता रहा। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण अस्पताल आने वाले दूसरे लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा पैदा हो गया हैं।
सिद्धेश्वर कॉलोनी शिवपुरी में रहने वाले भास्कर सोनी उम्र 38 साल पुत्र श्रीकिशन सोनी को हल्का बुखार व गले में खराश व खांसी की शिकायत होने पर जिला अस्पताल पहुंचा। यहां रेपिड किट से टेस्ट कराया तो रिपोर्ट कोविड -19 पॉजिटिव आई। टेस्ट करने वाले कर्मचारी ने पेन से पॉजिटिव रिपोर्ट लिखकर पर्चा थमा दिया और कहा कि ओपीडी में डॉक्टर बैठे हैं,उनसे जाकर मिलो।
डॉक्टर ने भी पर्चे पर ध्यान नहीं दिया और उसी पर्च की नीचे वाली पर्ची पर दवा लिख दीं। पर्ची फाड़कर कहा कि मेडिकल स्टोर पर जाकर दवा ले लो। कोरोना पॉजीटिव मरीज मेडिकल स्टोर पर गया और दवा भी ले ली।
भास्कर को समझ में नही आ रहा था कि मेरे साथ क्या हो रहा हैं कि एक कोरोना पॉजीटिव मरीज कैसे ऐसे खुलेआम घूम सकता हैं और मेडिकल स्टोर से दवा ले सकता है। वह परेशान होकर स्वयं आईशोलेशन वार्ड में गया वहां भी उससे कह दिया गया कि पहले भर्ती का पर्चा बनवाकर लाओ।
भास्कर से कहा गया आप हॉमआईशोलेट जो जाओ
भास्कर ने कहा कि घर पर छोटे बच्चे हैं,उनको परेशान हो सकती है।इसलिए भास्कर ने अस्पताल के ही क्वारेंटाइन सेंटर में भर्ती होने की जिद की। भर्ती होने से पहले तक भास्कर ढाई घंटे तक परिसर में ही घूमता रहा।
from Shivpuri Samachar, Shivpuri News, Shivpuri News Today, shivpuri Video https://ift.tt/321bgTV