नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस परिवार में जन्मी कंगना राणावत बॉलीवुड में नेपोटिज्म का विरोध करते-करते भाजपा के इतने नजदीक आ गई कि अब कंगना रनौत के अस्तित्व की कल्पना भारतीय जनता पार्टी के बिना करना मुश्किल है। गृहमंत्री अमित शाह की कृपा से वाई श्रेणी सुरक्षा प्राप्त कंगना राणावत अब शायद ही राजनीति से दूर रह पाए। चर्चा चल रही है कि भारतीय जनता पार्टी बिहार चुनाव में कंगना रनौत का उपयोग कर सकती है। संभावनाएं इसलिए भी है क्योंकि सुशांत सिंह राजपूत भी क्षत्रिय समाज से हैं और कंगना राणावत भी।
हिमाचल प्रदेश की मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मुंबई से लौटने के बाद कंगना राणावत गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद बोलने जाएंगी। क्योंकि यदि अमित शाह ने सुरक्षा नहीं प्रदान करते तो शिवसेना से हुए विवाद में कंगना राणावत को काफी नुकसान हो सकता था। बताया जा रहा है कि भारत सरकार के गृह मंत्री से मिलने के बाद कंगना राणावत हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी मिलेंगी। कुल मिलाकर कंगना राणावत के राजनीति रिश्ते मजबूत होते जा रहे हैं।
कहा जा रहा है कि कंगना से बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार करवाया जाएगा। भाजपा को उम्मीद है कि यदि कंगना बिहार में चुनाव प्रचार करती हैं तो NDA को फायदा होगा। Kangana Ranaut ठाकुर हैं, साथ ही सुशांत सिंह राजपूत केस में शुरू से न्याय की मांग कर रही हैं। इस तरह यह जातिगत समीकरण भी बिहार में भाजपा के पक्ष में बैठता नजर आ रहा है।
Kangana Ranaut की मां आशा रनोट कह चुकी हैं कि उनका परिवार कांग्रेस से जुड़ा रहा है, लेकिन उनकी बेटी को जिस तरह से पीएम मोदी, अमित शाह और पूरी भाजपा का समर्थन मिला है, वे खुद को भाजपाई मानने लगे हैं। बता दें, Kangana Ranaut के दादाजी कांग्रेस में थे और दो बार विधायक भी रहे थे।
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