INDORE में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के बाद कोरोना की दावत - MP NEWS

इंदौर। मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार उपचुनाव जीतने के लिए हजारों लोगों की जान जोखिम में डाल रही है। इंदौर में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की कार्यक्रम के बाद दावत का आयोजन किया गया। 50X100 के टेंट में 1000 से ज्यादा लोग भोजन कर रहे थे। आयोजकों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करवाया जा रहा था। सवाल यह है कि एक चुनाव जीतने के लिए हजारों कार्यकर्ताओं और नागरिकों की जान जोखिम में डालना क्या सत्तारूढ़ पार्टी के लिए सही है। जबकि जबलपुर में इसी तरह की एक दावत आयोजित करने के कारण एक अधिकारी के खिलाफ बेहद कड़ी कार्रवाई हो चुकी है।

मुख्यमंत्री ने दुकानदारों से लॉक डाउन का आग्रह किया, पार्टी नेताओं से क्यों नहीं किया 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इसी सप्ताह समीक्षा बैठक के दौरान इंदौर के व्यापारियों से अपनी इच्छा के अनुसार सप्ताह में 2 दिन बाजार बंद रखने का आग्रह किया था। मुख्यमंत्री की अपील कलेक्टर के लिए निर्देश होते हैं। इंदौर कलेक्टर दुकानदारों को सप्ताह में 2 दिन बाजार बंद रखने के लिए सहमति बना रहे हैं। 80% से अधिक दुकानदार मुख्यमंत्री की अपील पर अपना कारोबार बंद करने के लिए तैयार है परंतु सवाल यह है कि यही अपील मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी पार्टी के नेताओं से क्यों नहीं की। क्यों पार्टी के इस तरह के खतरनाक आयोजनों को लॉकडाउन नहीं किया जा रहा। 

सोशल डिस्टेंसिंग की जिम्मेदारी केवल दुकानदार की क्यों, राजनीतिक कार्यक्रम के आयोजक की क्यों नहीं 

केंद्र से लेकर कलेक्टर तक सभी प्रकार की गाइड लाइन में स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है कि यदि किसी भी दुकान में सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का उल्लंघन पाया गया तो दुकानदार के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। अब तक दर्जनों दुकानदारों के खिलाफ कार्यवाही की जा चुकी है। सवाल यह है कि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी के चुनावी कार्यक्रमों के आयोजकों पर इस तरह की पाबंदी क्यों नहीं लगाई गई। क्यों नहीं आयोजक के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

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