भोपाल। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री इंदर सिंह परमार ने बोर्ड ऑफिस में ई-गर्वनेंस पोर्टल, माशिम पोर्टल (mashim.nic.in) एवं माशिम मोबाइल एप का लोकार्पण किया। श्री परमार ने कहा कि यह क्रांतिकारी परिवर्तन है। इससे विद्यार्थी अब बोर्ड से जुड़े हुए हर कार्य को अपने मोबाइल से ही आसानी से कर सकेंगे। इससे समय और पैसे की बचत के साथ-साथ सरलता से कार्य किये जा सकेंगे।
इस व्यवस्था के साथ ही शिक्षा में परीक्षा के स्थान पर लर्निंग एवं ज्ञान पर अधिक ध्यान दिया जायेगा, जो नई शिक्षा नीति के उद्देश्यों की प्राप्ति में सार्थक साबित होगा। अब शिक्षक और अधिक स्किलफुल होकर बच्चों को आसानी से पढ़ा सकेंगे। इस व्यवस्था में बच्चे भी अपनी सुविधानुसार अपने मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से पढ़ सकेंगे।
इस एप और पोर्टल में सभी छात्रों, शिक्षकों एवं विद्यालयों के पंजीकृत होने से एक क्लिक पर सभी जानकारी रियल टाईम में प्राप्त की जा सकेंगी। पंजीकृत विद्यालयों को ऑनलाइन शिक्षण सामग्री उपलब्ध होने पर निर्बाध पढ़ाई हो सकेगी। उन्होंने कहा कि पारंपरिक शिक्षा के स्थान पर व्यावसायिक शिक्षा पर भी ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है ताकि विद्यार्थी रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्राप्त कर सकें।
माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड के अध्यक्ष श्री राधेश्याम जुलानिया ने माशिम पोर्टल एवं एप की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंडल के सभी कार्य अब मंडल के पोर्टल पर विद्यार्थी, शिक्षक एवं विद्यालय द्वारा अपने कम्प्यूटर, स्मार्ट-फोन से विद्यालय परिसर अथवा घर से ही किये जा सकेंगे। इससे विद्यार्थियों का निजी डाटा एवं उनके डाक्यूमेंट्स की गोपनीयता एवं सुरक्षा सुनिश्चित रहेगी।
उन्होंने बताया कि यह पोर्टल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लायेगा, साथ ही यह शिक्षा को परीक्षा केन्द्रित न होकर अधिगम (लर्निंग) एवं ज्ञान केन्द्रित बनायेगा। श्री जुलानिया ने बताया कि वार्षिक परीक्षाओं के स्थान पर वर्षभर आंतरिक मूल्यांकन कराते हुए यह सुनिश्चित किया जायेगा कि छात्र अधिकतम ज्ञान अर्जित कर सकें।
विद्यार्थियों के लिये सुविधाएँ एवं सेवाएँ
माशिम मोबाइल एप के माध्यम से विद्यार्थियों को चरणबद्ध रूप में गुणवत्तायुक्त सेल्फ लर्निंग स्टडी मटेरियल उपलब्ध कराया जायेगा, साथ ही एप आधारित सतत् मूल्यांकन भी किया जायेगा। ये सभी सुविधाएँ सहज एवं रियल टाईम में उपलब्ध होंगी। यह सुविधा मिलने से विद्यार्थियों को कियोस्क जाने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे डेटा और डाक्यूमेंट्स की गोपनीयता और सुरक्षा बनी रहेगी, साथ ही दुरूपयोग की संभावना नहीं होगी।
विद्यालयों के लिये सुविधा
माशिम मोबाइल एप मंडल एवं विद्यालयों के बीच सीधे संवाद के लिये एक प्लेटफार्म की तरह कार्य करेगा, इसके लिये विद्यालयों को लॉगइन दिया जायेगा। विद्यालयों को माशिम पोर्टल एवं एप पर सहज एवं रियल टाईम में सभी सुविधाएँ, सेवाएँ एवं सूचनाएँ प्राप्त होंगी। किसी भी कार्य के लिये कियोस्क जाने की बाध्यता समाप्त होगी, विद्यालयों के समय एवं अतिरिक्त शुल्क भुगतान की बचत के साथ-साथ विद्यार्थियों के व्यक्तिगत डाटा एवं महत्वपूर्ण दस्तावेजों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
शिक्षकों के लिये सुविधाएँ
माशिम मोबाइल एप मंडल एवं शिक्षकों के बीच सीधे संवाद के लिये एक प्लेटफार्म की तरह कार्य करेगा, इसमें सभी शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के शिक्षकों को माशिम पोर्टल पर पंजीकृत कर ऑनबोर्ड किया जायेगा। इसके माध्यम से शिक्षक विद्यार्थियों के आंतरिक मूल्यांकन के लिये प्रश्न-पत्र डाउनलोड कर सकेंगे। साथ ही मूल्यांकन के अंक निर्धारित समय-सीमा में अपलोड कर सकेंगे। शिक्षकों के मूल्यांकन एवं मंडल के अन्य कार्यों की मानदेय राशि सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जा सकेगी।
संस्थाओं, विद्यार्थियों एवं रोजगारदाताओं के लिये सुविधाएँ
संस्थाओं, विद्यार्थियों एवं रोजगारदाताओं को समय-समय पर अंकसूची के सत्यापन की आवश्यकता पड़ती है, जो अब मंडल के पोर्टल पर ऑनलाइन उपलब्ध होगी। डिजिटल साइनयुक्त सत्यापित अंक सूची प्राप्त भी की जा सकेगी।
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