अधिकारियो की मनमानी से कंटेनमेंट एरिया में शासन के नियमों की उड़ाई जा रही हैं धज्जियां
निर्णय तिवारी/छतरपुर। खजुराहो में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद शहर के जिन एरिया को कंटेन्मेंट जोन बनाया गया है वहां पर भारत सरकार की गाइड लाइन सिर्फ कागजों तक सीमित नजर आ रही है। कंटेन्मेंट जोन बने दो मोहल्लों को प्रशासन ने बल्लिया और टेंट लगाकर सील जरूर किया। लेकिन निगरानी के अभाव में मोहल्ले के लोगों ने बंधी हुई रस्सी छोड़ कर किनारे आने.जाने का रास्ता बना लिया है तो वही पर्यटन नगरी में बीते दिन सेवाग्राम में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने पर प्रशासन ने तुरंत मोहल्ले को प्रशासन सील तो किया पर अधिकारियो की तैनाती भूल गया है। ऐसे में इन मोहल्लों में लोग बेधड़क धूम रहे हैं। ऐसे में यह लापरवाही भारी पड़ सकती है लॉकडाउन खत्म होने के बाद एवं अनलॉक की प्रक्रिया प्रारंभ होने के बाद से लेकर प्रशासन की गाइड लाइन के अनुसार यदि कोई कोरोना पॉजिटिव मिलता है तो उसका मोहल्ला कंटेन्मेंट जोन घोषित किया जाता है। बैरिकैडिंग कर संक्रमित के घर से लगभग 100 मीटर की परिधि का एरिया सील किया जाता है। मोहल्ले की दुकानों के साथ लोगों का घर से बाहर निकलना भी बंद कर दिया जाता है। आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई का जिम्मा भी प्रशासन पर रहता हैए एवं दैनिक उपयोग की वस्तुओं जैसे सब्जी दूध इत्यादि चीजों के लिए दैनिक रोजमर्रा के अनुसार लोगों का आना जाना सुचारू किया जाता है पर शहर के कंटेन्मेंट जोन घोषित किए मोहल्लों में भारत सरकार की गाइड लाइन का पालन कराने में ढिलाई बरती जा रही है।
फोरलेन निर्माण में बगैर मुआवजा दिए छीन लीं जमीनें, गिरा दिये मकान
छतरपुर/बमीठ। झांसी खजुराहो फोरलेन निर्माण के लिए एनएचएआई के द्वारा किसानों की जमीनों का अधिग्रहण कर उनके मकान गिराए जा रहे हैं लेकिन दर्जनों किसानों को अब भी अपनी जमीन का मुआवजा नहीं मिला है। राजनगर तहसील में खासतौर पर एनएचएआई के द्वारा मुआवजा वितरण में सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। पूर्व विधायक शंकर प्रताप सिंह मुन्नाराजा ने राजनगर क्षेत्र के ग्राम घूरा, खैरी आदि की लोगों की समस्याएं सुनते हुए यह बात कही।
पूर्व विधायक मुन्नाराजा ने कहा कि एनएचएआई के द्वारा ग्राम चन्द्रपुरा, कदारी, बसारी, खैरी, देवगांव, घूरा, बमीठा के दर्जनों किसानों की जमीनों का बगैर मुआवजा दिए अधिग्रहण कर लिया गया है। ग्राम घूरा एवं खैरी में तो लोगों के मकान गिराकर उन्हें बेघर कर दिया गया है जिससे कई परिवार ग्राम पंचायत भवन में रहने को मजबूर हैं। ऐसे लोगों को शासन पट्टे देकर मकान बनवाने में मदद करे। उन्होंने कहा कि एनएचएआई द्वारा नौगांव ब्लाक के अलीपुरा, दौरिया क्षेत्र में किसानों का शत-प्रतिशत मुआवजा दिया जा चुका है जबकि राजनगर तहसील के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है। जबकि पूर्व में कई अवार्ड पारित किये जा चुकें हैं किन्तु आज तक प्रभावित हितग्राहियो को कोई मुआवजा नहीं दिया गया। इसी तरह 29 जून 2020 को कलेक्टर एवं भू अर्जन अधिकारी के द्वारा तीन दिवस के भीतर मुआवजा देने की बात कही गई थी लेकिन अभी तक हितग्राहियों को मुआवजा नहीं दिया गया। कई किसानों के खेत छीनकर उन्हें बेरोजगार कर दिया गया उनके परिवारों को घर तोड़कर बेघर कर दिया वे आज भी मुआवजे के लिए भटक रहे हैं। पूर्व विधायक मुन्नाराजा ने जिला प्रशासन से अनुरोध किया हैं एनएचएआई सें प्रभावित लोगों की सम्सयाओं का शीध्र निराकरण किया जाए।अन्यथा समस्याओं को लेकर आंदोलन होगा इस दौरान जनपद अध्यक्ष राजनगर उषा अहिरवार, पूर्व जनपद अध्यक्ष बहादुर सिंह बुंदेला, बमीठा सरपंचहफीज मुहम्मद, धूरा सरपंच, सूरजपुरा सरपंच चंद्रभान यादव , जिला कांगेस के सचिव पंकज गुप्ता, कुंजी पांण्डेय, अश्विनी मिश्रा, प्रजेश खरे, जिला क्रांग्रेस जिला महामंत्री लखन दुव, नफीस राईन आदिजन मौजूद थें।