गणेशोत्सव 2020 में क्या क्या खास बात है, ज्योतिर्विद आदित्य वशिष्ठ ने बताया / ganeshotsav 2020

इंदौर। प्रथम पूज्य गणेशजी का उत्सव इस बार भादौ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी 22 अगस्त से शुरू होगा। अनंत चतुर्दशी 1 सितंबर को है, इसी दिन गणपति विसर्जन होगा। इस बार गणेश उत्सव पर हस्त नक्षत्र प्रभावी रहेगा। हस्त नक्षत्र शुभ फलदायी बताया गया है। 

घर में श्रीगणेश प्रतिमा स्थापना का शुभ मुहूर्त

गणेशजी की स्थापना तुला लग्न में होगी। तुला लग्न दोपहर 12.23 बजे तक रहेगा। उत्सव पूरे 10 दिनों तक मनाया जाएगा। गणेशजी की स्थापना के लिए 22 अगस्त को दोपहर 12 से 1.30 बजे तक चर, 1.30 से 3 बजे तक लाभ और 3 से 4.30 बजे तक अमृत का चौघड़िया रहेगा। शाम को 6 से 7.30 बजे तक लाभ का चौघड़िया रहेगा। इन चारों चौघड़िया में गणेशजी की स्थापना करना शुभ फलदायी रहेगा।

घर में श्री गणेश मूर्ति की स्थापना कैसे करें

ज्योतिर्विद पं. आदित्य वशिष्ठ के अनुसार गणेश स्थापना के लिए चतुर्थी के दिन स्नान-ध्यान के बाद श्रेष्ठ चौघड़िया में गणेशजी की प्रतिमा को पाटे पर लाल या पीला वस्त्र बिछाकर गंध, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप के साथ फलों और मोदक या बूंदी के लड्डू समर्पित करें। इसके बाद दूर्वा, हरे मूंग, गुड़ और चावल चढ़ाएं। 

आचार्य पं. उमेश तिवारी ने बताया: घर आए श्रीगणेश को कैसे प्रसन्न करें

आचार्य पं. उमेश तिवारी के अनुसार इस पूजा में गणेशजी को तीन, पांच या सात पत्तियों वाली दूर्वा समर्पित करना चाहिए। दूर्वा चढ़ाने से गणेशजी बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं। आरती के बाद परिवार के सभी सदस्य प्रसाद बांटकर भोजन ग्रहण करें।

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