शिवपुरी। सीवर परियोजना की नेशनल पार्क इलाके में दो किमी मुख्य लाइन बिछाने की अनुमति पीएचई को शासन से मिल गई है। इसी के साथ काम भी शुरू हो गया है। ये लाइन बिछने के साथ् ही मुख्य लाइन का काम पूरा हो जाएगा। नगर में हाउस कनेक्शन देने का काम नपा कर सकेगी।
पार्क प्रबंधन ने इसके पहले यहां ना सिर्फ रात में काम पर करने पर प्रतिबंध लगा दिया था,बल्कि पथरीली सतह पर ब्लास्टिंग करने पर भी रोक लगा दी थी, जिसके नतीजे में काम बीते साल नवंबर में बंद करना पड़ा था। जिसके बाद विभाग के ईई एसएल बाथम ने भोपाल पत्र लिखकर अनुमति चाही थी। अब पीएचई महकमे को ब्लास्टिंग की अनुमति मिल गई है। लेकिन योजना को पूरा करने के लिए सरकार से फंड नहीं आया है। इसके चलते तीन महीने में पूरा होने वाले काम में देरी हो सकती है।
झील संरक्षण परियोजना के अंतर्गत तैयार हो रही सीवर परियोजना का संचालन सिंध के पानी से होगा। नगर से सीवर को करीब 9 किलोमीटर दूर ट्रीटमेंट प्लांट तक बहाकर ले जाने के लिए प्रति परिवार 500 लीटर पानी की आवश्यकता होगी, जो बगैर मड़ीखेड़ा पानी के संभव नहीं है। मड़ीखेड़ा पेयजल परियोजना का काम भी समय रहते पूरा होना आवश्यक है, क्योंकि सिंध को ध्यान में रखकर तैयार किया गया सीवर परियोजना का प्लांट भी उसके बिना अधूरा है।
घसारई तालाब के पास बना ट्रीटमेंट प्लांट
सीवर परियोजना के लिए शहर से दूर घसारई तालाब के पास ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया है। इसी ट्रीटमेंट प्लांट में शहर का सीवर पहुंचेगा। प्लांट अत्याधुनिक तकनीक से तैयार किया गया है, जिसमें सीवर का ट्रीटमेंट होने के बाद उसके पानी का उपयोग भी किया जाया करेगा।
35 हजार मकानों में होना है कनेक्शन
नगर में 100 किमी सीवर लाइन बिछाकर करीब पौने दो लाख आबादी के लिए 35 हजार मकानों को सीवरेज परियोजना के तहत कनेक्शन देकर जा़ेडा जाना है। इसमें ब्रांच लाइन, चेंबर और मुख्य लाइन शामिल हैं। यह काम नपा को करना है।
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