शिवपुरी। आज फिर भोपाल समाचार की वीडियो खबर का असर हुआ था। बीते रोज एक वनभूमि के अतिक्रमण के मामले को लेकर एक खबर का प्रकाशन किया था। इस खबर में 2 मुददे थे एक वनभूमि पर कब्बा वही दूसरा मामला वनकर्मी के द्धवारा देश के पीएम पर अभद्र टिप्पणी की थी। विभाग ने अपने कर्मचारी का बचाव करते हुए उसकी खोज करने को कहा हैं।
जानकारी के अनुसार बदरवास वन परिक्षेत्र में पदस्थ एक वनकर्मी ने प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी उस समय की जब शिकायतकर्ता घनश्याम धाकड़ वन विभाग की 25 बीघा जमीन पर बोवनी होने की शिकायत करने वनकर्मी के पास पहुंचा। शिकायतकर्ता का कहना है कि वनकर्मी शराब पिये हुए था। इस मामले में तूल जब पकड़ा जब प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी करने का मामला सोशल मीडिया पर वीडियो के जरिए वायरल हो गया। और सबसे पहले और असरदार इस मामले में भोपाल समाचार के वीडियो वर्जन पर खबर का प्रकाशन किया गया।
रैंजर शैलेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि किस कर्मचार्री ने गलत भाषा का इस्तेमाल किया है। उसकी पहचान कर हम कार्रवाई करेंगे। इस मामले में वन विभाग ने तीन लोगों के खिलाफ शिकायतकर्ता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि वनकर्मी ने उससे डीजल के लिए 4 हजार रूपए मांगे।
इस पूरी घटना का घनश्याम ने वीडियो बना लिया और उसे सोशल साईट्स पर वायरल कर दिया। इसके बाद फोरेस्ट की टीम रांछी बीट पर पहुंची। जहां वन भूमि में लगे पेड़ों को काटने वाले तीन लोग रमेश पुत्र जीना आदिवासी, दिनेश पुत्र नत्थु आदिवासी और लख्खू पुत्र गिन्नी आदिवासी को पकड़ लिया और उनके खिलाफ वन अधिनियम के तहत एफआईआर कर ली।
जानकारी के अनुसार बदरवास वन परिक्षेत्र में पदस्थ एक वनकर्मी ने प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी उस समय की जब शिकायतकर्ता घनश्याम धाकड़ वन विभाग की 25 बीघा जमीन पर बोवनी होने की शिकायत करने वनकर्मी के पास पहुंचा। शिकायतकर्ता का कहना है कि वनकर्मी शराब पिये हुए था। इस मामले में तूल जब पकड़ा जब प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी करने का मामला सोशल मीडिया पर वीडियो के जरिए वायरल हो गया। और सबसे पहले और असरदार इस मामले में भोपाल समाचार के वीडियो वर्जन पर खबर का प्रकाशन किया गया।
रैंजर शैलेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि किस कर्मचार्री ने गलत भाषा का इस्तेमाल किया है। उसकी पहचान कर हम कार्रवाई करेंगे। इस मामले में वन विभाग ने तीन लोगों के खिलाफ शिकायतकर्ता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि वनकर्मी ने उससे डीजल के लिए 4 हजार रूपए मांगे।
इस पूरी घटना का घनश्याम ने वीडियो बना लिया और उसे सोशल साईट्स पर वायरल कर दिया। इसके बाद फोरेस्ट की टीम रांछी बीट पर पहुंची। जहां वन भूमि में लगे पेड़ों को काटने वाले तीन लोग रमेश पुत्र जीना आदिवासी, दिनेश पुत्र नत्थु आदिवासी और लख्खू पुत्र गिन्नी आदिवासी को पकड़ लिया और उनके खिलाफ वन अधिनियम के तहत एफआईआर कर ली।
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