शिवपुरी। अस्पताल में डॉक्टरो की गंभीर लापरवाही का काला सच अब बहार आया है। प्रशासन ने अपनी जांच में पाया हैं कि 3 दिन पूर्व हुई एक प्रसुता के गर्भ में हुई मौत शिशु की जान बचाई जा सकती थी,इसमें डॉक्टरो की लापरवाही उजागर हुई है। कलेक्टर ने संबंधितों के खिलाफ निलंबन का प्रतिवेदन बनाकर कमिश्नर को भेजा हैं।जबकि ड्यूटी नर्स को पहले ही निलंबित कर दिया गया हैं।
जैसा कि विदित हैं कि अनीता गुर्जर पत्नि अभिषेक गुर्जर को डिलेवरी के लिए 18 हुलाई को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा हैं कि अनीता की बच्चेदानी से लगातार पानी निकल रहा था। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और उपस्थित स्टाफ ने इसमें लापरवाही बरती और समय पर उपचार न होने के कारण 19 जुलाई की सुबह गर्भस्थ शिशु की मौत हो गई। भतीजी बहू के साथ हुई घटना के बाद भाजपा नेता एवं पूर्व पार्षद रामू गुर्जर ने खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया से शिकायत कर दी।
जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया। नर्स को निलंबित कर कोलारस अटैच कर दिया था।अब कलेक्टर अनुग्रहा पी द्वारा मंगलवार को तीन ड्यूटी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए निलंबन का प्रतिवेदन बनाकर कमिश्नर को भेजा हैं।
बता दें कि प्रसूता अनीता की ननद चिंकी गुर्जर द्वारा कई बार करने पर भी ड्यूटी डॉक्टर देखने तक नहीं गईं थीं। उस वक्त ड्यूटी पर डॉ इंदु जैन,डॉ अंजना व डॉ अपर्णा के नाम बताए जा रहे हैं।कलेक्टर के प्रतिवेदन पर कमिश्नर द्वारा कार्रवाई की जाना हैं। वही इस मामले में एक सवाल शहर से निकल रहा हैं कि इससे पूर्व भी गई लापरवाही इस तरह की डॉक्टरो के द्धवारा की गई हैं। विवाद होने पर जांच की बात कहकर मामलो को ठंडा कर दिया। इस तरह की लापरवाही की जांचे कब तक अस्पताल के गर्भ में पल रही हैं इनकी डिलेवरी कब तक होगी।
प्रसूता को चेक करने नहीं गईं ड्यूटी डॉक्टर
प्रसूता को परेशानी हो रही थी,लेकिन उसे ड्यूटी डॉक्टर चेक करने नहीं गई।इसलिए नर्स के साथ -साथ ड्यूटी डॉक्टर भी जिम्मेदार हैं। संबंधित ड्यूटी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन बनाकर कमिश्नर को भेजा हैं।
अनुग्रहा पी,कलेक्टर शिवपुरी अनुग्रह
जैसा कि विदित हैं कि अनीता गुर्जर पत्नि अभिषेक गुर्जर को डिलेवरी के लिए 18 हुलाई को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा हैं कि अनीता की बच्चेदानी से लगातार पानी निकल रहा था। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और उपस्थित स्टाफ ने इसमें लापरवाही बरती और समय पर उपचार न होने के कारण 19 जुलाई की सुबह गर्भस्थ शिशु की मौत हो गई। भतीजी बहू के साथ हुई घटना के बाद भाजपा नेता एवं पूर्व पार्षद रामू गुर्जर ने खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया से शिकायत कर दी।
जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया। नर्स को निलंबित कर कोलारस अटैच कर दिया था।अब कलेक्टर अनुग्रहा पी द्वारा मंगलवार को तीन ड्यूटी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए निलंबन का प्रतिवेदन बनाकर कमिश्नर को भेजा हैं।
बता दें कि प्रसूता अनीता की ननद चिंकी गुर्जर द्वारा कई बार करने पर भी ड्यूटी डॉक्टर देखने तक नहीं गईं थीं। उस वक्त ड्यूटी पर डॉ इंदु जैन,डॉ अंजना व डॉ अपर्णा के नाम बताए जा रहे हैं।कलेक्टर के प्रतिवेदन पर कमिश्नर द्वारा कार्रवाई की जाना हैं। वही इस मामले में एक सवाल शहर से निकल रहा हैं कि इससे पूर्व भी गई लापरवाही इस तरह की डॉक्टरो के द्धवारा की गई हैं। विवाद होने पर जांच की बात कहकर मामलो को ठंडा कर दिया। इस तरह की लापरवाही की जांचे कब तक अस्पताल के गर्भ में पल रही हैं इनकी डिलेवरी कब तक होगी।
प्रसूता को चेक करने नहीं गईं ड्यूटी डॉक्टर
प्रसूता को परेशानी हो रही थी,लेकिन उसे ड्यूटी डॉक्टर चेक करने नहीं गई।इसलिए नर्स के साथ -साथ ड्यूटी डॉक्टर भी जिम्मेदार हैं। संबंधित ड्यूटी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन बनाकर कमिश्नर को भेजा हैं।
अनुग्रहा पी,कलेक्टर शिवपुरी अनुग्रह
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