मोमबत्ती प्रज्ज्वलित कर दी पुलवामा के शहीदो को श्रद्धांजलि-पांढुरना पेंशन विहीन कर्मचारी


पांढुरना, विकासखंड के पुरानी पेंशन/पारिवारिक पेंशन विहीन कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय अभियान (NMOPS) के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विजयकुमार बंधु एवं प्रदेशाध्यक्ष श्री परमानन्द डेहरिया के संयुक्त आव्हान पर नगरपालिका ग्राऊंड पांढुरना में पुलवामा के शहीदो के लिए "श्रद्धांजलि सभा" का आयोजन किया था।उपस्थित सैकडो कर्मचारियों ने पुलवामा शहीदो की शहादत पर दो मिनट का मौन रखा और मोमबत्ती प्रज्जवलित कर श्रध्दांजलि अर्पित की।श्रध्दांजलि सभा का नेतृत्व पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय अभियान, मध्यप्रदेश के प्रांतीय कोर कमेटी सदस्य रमेश पाटिल, पांढुरना विकासखंड के संयोजक उमेश बिंझाडे, सह संयोजक दशरथ पठाडे ने किया।

इस अवसर पर वक्ताओ ने पुलवामा के शहीदो को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि देश के निवासी सुख-चैन की नींद सो सके और मातृभूमि की उत्तरोत्तर प्रगति होकर खुशहाल भारत का निर्माण हो सके इसलिए अपने प्राणो की बाजी लगाकर देश का जवान हमेशा कर्तव्य पथ पर विपरीत परिस्थितियो में भी मुस्तैद रहता है।उनके जीवन में भी अनहोनी दुर्घटना घटित हो जाती है।जवानो को सेवाकाल में और जीवनोपरांत उनके परिवार को सुविधा और सम्मान देने का काम सरकार का है। लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नही हो पा रहा है।सरकार चला रहे राजनेता शहीदो के नाम पर अपने हित साधने और श्रेय के लिए खुब रोटिया सेंकते है लेकिन किसी जवान के शहादत के बाद उसके परिवार की चिंता करना भूल जाते है।

आतंकियो के हमले में 40 से अधिक जवान शहीद हुए थे जिसमें 22 सीआरपीएफ के जवान भी शामिल थे।जिन्हे पुरानी पेंशन की पात्रता नही थी न ही उनके परिवार को पारिवारिक पेंशन प्राप्त हो रही है।एक दिन का विधायक-सांसद शपथ लेते ही पुरानी पेंशन और सुविधाओ का पात्र हो जाता है लेकिन देश सेवा में प्राणो की आहुति देने वाले सीआरपीएफ के जवानो को पेंशन की पात्रता नही है।ये देश का दुर्भाग्य है कि राजनेता स्वार्थ की चासनी में डुब गये है।लम्बी सेवा देने के बावजूद सीआरपीएफ जवानो और कर्मचारियो को पुरानी पेंशन/पारिवारिक पेंशन न देना देश को चलाने वाले रणनीतिकारो की गलत रणनीति को दर्शाता है।यह कितना हास्यास्पद है कि एक विधायक सांसद दो-दो, तीन-तीन पेंशन और सैकडो सुविधाओ का लाभ लेता है।
इस अवसर पर वक्ताओ ने एक स्वर में सेवानिवृत्त सीआरपीएफ जवानो और कर्मचारियो को पुरानी पेंशन बहाल करने और सेवानिवृत्ति के पूर्व असामयिक मृत्य होने पर परिवार के लिए पारिवारिक पेंशन की अपील केन्द्र सरकार और राज्य सरकारो से की है साथ ही पुलवामा के शहीद जवानो को शहीद का दर्जा देने की मांग की है।