बिना पैसे जमा किए किसानों ने बनवाई दूसरे बैंक में केसीसी, धोखाधड़ी की शिकायत


सिवनी मालवा। तहसील क्षेत्र के 2 दर्जन से अधिक किसानों ने एक बैंक में केसीसी बनवाने के बाद उसमें केसीसी की रकम जमा करने की बजाए दूसरे बैंक से अपनी उसी जमीन पर केसीसी बनवा ली है। जिसके बाद बैंक प्रबंधन ने उन किसानों पर धोखाधड़ी करने की शिकायत थाना सिवनी मालवा में दर्ज करा दी। सिवनी मालवा थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक बानापुरा से 10 किसानों की जानकारी देते हुए शिकायत की गई तो वहीं मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक ग्राम बांकाबेड़ी से 15 किसानों के नाम देते हुए जानकारी दी गई है। इसके साथ ही बैंक प्रबंधन ने किसानों द्वारा बनवाए गए किसान क्रेडिट कार्ड की डिटेल सहित अन्य जानकारी भी जांच हेतु शिकायती आवेदन के साथ सिवनी मालवा पुलिस थाने में जमा की है। जिससे पुलिस इस पूरे मामले की जांच आसानी से कर पाए।

यह किसानाे द्वारा किए गए फर्जीवाड़े का मामला?

सिवनी मालवा क्षेत्र के किसानों ने एक ही जमीन पर कई बैंकों से क्रेडिट कार्ड बनवा लिए है। अब  बैंकों पर बकाया होने पर जब जांच पड़ताल की तो पता चला कि एक ही किसान ने अलग-अलग बैंकों से एक ही जमीन  पर क्रेडिट कार्ड बनवा ली है। मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक शाखा बानापुरा और शाखा बांका बीड़ी के शाखा प्रबंधकों ने शनिवार को थाने में आवेदन देकर उन किसानों पर कार्रवाई की मांग की है  कि जिन किसानों ने एक ही जमीन पर दो-दो क्रेडिट कार्ड बनवा है। ऐसी स्थिति में किसान ने दोनों ही बैंकों के खातों में राशि जमा नहीं करने की आशंका व्यक्त की जा रही है। मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक बांका बेड़ी के शाखा प्रबंधक राजीव रघुवंशी ने बताया कि लगभग 15 किसान हैं। जिन्होंने एक ही भूमि पर दो दो बैंकों से केसीसी बनवाई है। जो नियमानुसार दंडनीय अपराध है और किसानों द्वारा दोनों ही बैंकों से ब्याज राहत एवं बीमा का फायदा भी लिया जा रहा है। किसानों द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड में फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत करके बनवाए गए हैं। बानापुरा बैंक के शाखा प्रबंधक रमेश यदुवंशी ने बताया कि उन किसानों पर 420 के मामला दर्ज कराने के लिए थाने में आवेदन दिया है। उन किसानों की लिस्ट भी दी है दोनों ही बैंकों के लोगों 25 प्रकरण है। जिसमें एक ही भूमि पर दो-दो  बैंकों पर क्रेडिट कार्ड बनाएं।

2 दर्जन से अधिक किसानों का फर्जीवाड़ा

मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक की बानापुरा और ग्राम बांकाबेड़ी की ब्रांच द्वारा लगभग 25 किसानों का किसान क्रेडिट कार्ड बनाया गया था, जिनपर किसानों ने कर्ज भी बैंक से ले लिया था। बैंक प्रबंधन का कहना है कि किसानों से कई बार किसान क्रेडिट कार्ड की रकम जमा करने के लिए निवेदन भी किया गया लेकिन जमा नहीं करने के बाद उक्त किसानों को बैंक प्रबंधन द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड की रकम जमा करने को लेकर नोटिस भी दिए गए थे। लेकिन किसानों ने इसका भी कोई जबाव नहीं दिया। जिसके बाद शनिवार को बैंक प्रबंधन ने यह कदम उठाया है। यह 2 दर्जन ऐसे किसान है जिन्होने दो दो बैंको से केसीसी बनवा रखी है।

थाने में दिया आवेदन

मध्य ग्रामीण बैंक के अधिवक्ता पुष्पेंद्र सिंह बुंदेला ने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड के फर्जीवाड़े के इस पूरे मामले में पुलिस की सहायता ली जा रही है। जिन किसानों ने गलत ढंग से धोखाधड़ी करते हुए केसीसी बनवाए है। उन पर कार्रवाई के लिए आवेदन आवेदन दिया है। गौरतलब है कि किसान क्रेडिट कार्ड में किसानों को सब्डिटी व कम ब्याज दर पर कर्ज मिलता है। जिसका उपयोग किसान खेती में उपयोग करता है। सरकार द्वारा किसानों को राहत देने के लिए यह महत्वकांक्षी योजना काफी जोर शोर से लागू की गई थी।

पुलिस करेगी जांच

थाना सिवनी मालवा के उप निरीक्षक महेश जाट ने बताया कि मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक शाखा बांकाबेड़ी और शाखा बानापुरा द्वारा शिकायती आवेदन दिए गए है। प्रकरण की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

धोखाधड़ी का मामला

यह पूरा मामला धोखाधड़ी का भी हो सकता है क्योंकि एक ही दस्तावेज के आधार पर दो दो बैंको से केसीसी बनना मुश्किलों भरा तो है ही साथ यह धोखाधड़ी का भी है। पुलिस जांच में दोनो बैंको में उक्त किसानों के किसान क्रेडिट कार्ड किन दस्तावेजों व आधार पर बने है इसकी जांच की जाएगी।

बैंक ने दिए दस्तावेज

इस पूरे मामले में मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक शाखा बांकाबेड़ी व शाखा बानापुरा द्वारा उक्त 25 किसानों से संबंधित दस्तावेजों का पुलिंदा सिवनी मालवा पुलिस को सौंप दिया है। जिसमें 25 किसानों की पूरी जानकारी भी है।