उदयगढ़। कुक्षी कुशलगढ़ टू लेन हाईवे निर्माण के बाद उदयगढ़ कस्बे के अंदर गड्ढों में तब्दील हो चुकी सड़क की जोबट विधायक कलावती भूरिया ने सुध लेकर 27 लाख की लागत वाले मरम्मत कार्य की सौगात प्रदान की परंतु ठेकेदार द्वारा किये जा रहे मरम्मत कार्य की गुणवत्ता को लेकर ग्रामीण संतुष्ट नहीं है।
बायपास निर्माण हो जाने से अंदर की जर्जर सड़क/गड्ढो से उड़ते धूल के गुबार से लोग काफी परेशान थे। 5 वर्षों से की जा रही मांग के बाद 15 दिन पहले विधायक कलावती भूरिया ने 27 लाख की लागत वाले सड़क मरम्मत कार्य की सौगात प्रदान करते हुए यहां भूमि पूजन किया।
बीते दिनों उक्त सड़क मरम्मत कार्य की शुरुआत ठेकेदार कर चुका है लेकिन मरम्मत कार्य इतना घटिया है कि वह 6 महीने भी चल जाए तो गनीमत है।
कहने को तो यह कार्य पीडब्ल्यूडी की देखरेख में हो रहा है लेकिन ठेकेदार द्वारा जिस तरह का गुणवत्ता विहीन कार्य किया जा रहा है उससे कहीं भी पीडब्ल्यूडी की चौकीदारी यहां नजर नहीं आती ।
ठेकेदार द्वारा धूल भरे गड्ढों में ही धूल मिट्टी वाली गिट्टी बिछा कर ऊपर से जले हुए आयल जैसा पतला सा डामर डाला जा रहा है। ऊपर चढ़ाई जा रही डामर मिट्टी की परत भी हाथ तक में नहीं चिपक रही । सड़क पर रोलर भी नहीं चलाया जा रहा है। ऐसे में यह सड़क कब तक सलामत रहेगी इसकी कोई गारंटी नहीं।
ग्रामीणों का कहना है कि। इससे अच्छा कार्य तो पीडब्ल्यूडी के बारहमासी वर्कर करते हैं। ठेकेदार द्वारा तो सड़क की दबाई कुटाई तक ठीक से नहीं की जा रही।
हालांकि कस्बे के अंदर डिवाइडर वाले आरसीसी सड़क सह नाली निर्माण प्रस्तावित है लेकिन लगातार आ रही अडचनो के मद्देनजर जीर्णोद्धार का निर्णय लिया गया। 27 लाख में ग्राम पिपलिया से ग्राम प्रताप फलिया तक 3 किलोमीटर सड़क मरम्मत करना है।
''विधायक से मांग करेंगे यदि लागत के अनुपात में कार्य की गुणवत्ता ठीक नहीं हुई तो ठेकेदार को भुगतान नहीं किया जाए''- *कमरूभाई अजनार पूर्व जनपद अध्यक्ष*
बायपास निर्माण हो जाने से अंदर की जर्जर सड़क/गड्ढो से उड़ते धूल के गुबार से लोग काफी परेशान थे। 5 वर्षों से की जा रही मांग के बाद 15 दिन पहले विधायक कलावती भूरिया ने 27 लाख की लागत वाले सड़क मरम्मत कार्य की सौगात प्रदान करते हुए यहां भूमि पूजन किया।
बीते दिनों उक्त सड़क मरम्मत कार्य की शुरुआत ठेकेदार कर चुका है लेकिन मरम्मत कार्य इतना घटिया है कि वह 6 महीने भी चल जाए तो गनीमत है।
कहने को तो यह कार्य पीडब्ल्यूडी की देखरेख में हो रहा है लेकिन ठेकेदार द्वारा जिस तरह का गुणवत्ता विहीन कार्य किया जा रहा है उससे कहीं भी पीडब्ल्यूडी की चौकीदारी यहां नजर नहीं आती ।
ठेकेदार द्वारा धूल भरे गड्ढों में ही धूल मिट्टी वाली गिट्टी बिछा कर ऊपर से जले हुए आयल जैसा पतला सा डामर डाला जा रहा है। ऊपर चढ़ाई जा रही डामर मिट्टी की परत भी हाथ तक में नहीं चिपक रही । सड़क पर रोलर भी नहीं चलाया जा रहा है। ऐसे में यह सड़क कब तक सलामत रहेगी इसकी कोई गारंटी नहीं।
ग्रामीणों का कहना है कि। इससे अच्छा कार्य तो पीडब्ल्यूडी के बारहमासी वर्कर करते हैं। ठेकेदार द्वारा तो सड़क की दबाई कुटाई तक ठीक से नहीं की जा रही।
हालांकि कस्बे के अंदर डिवाइडर वाले आरसीसी सड़क सह नाली निर्माण प्रस्तावित है लेकिन लगातार आ रही अडचनो के मद्देनजर जीर्णोद्धार का निर्णय लिया गया। 27 लाख में ग्राम पिपलिया से ग्राम प्रताप फलिया तक 3 किलोमीटर सड़क मरम्मत करना है।
''विधायक से मांग करेंगे यदि लागत के अनुपात में कार्य की गुणवत्ता ठीक नहीं हुई तो ठेकेदार को भुगतान नहीं किया जाए''- *कमरूभाई अजनार पूर्व जनपद अध्यक्ष*