संस्कृत भाषा आयुर्वेद चिकित्सा का आधार है यह हम सभी जानते हैं इसी को ध्यान में रखकर आयुर्वेदिक महाविद्यालय के प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए दिनांक १ फरवरी२०२० शनिवार को मेपकास्ट विज्ञान भवन में एक दिवसीय कार्यशाला (समाधानम २०२०) का आयोजन किया जा रहा है कार्यशाला में आयुर्वेदिक शिक्षा में संस्कृत का महत्व ,एक अच्छे आयुर्वेदिक चिकित्सक कैसे बने, वर्तमान में इस क्षेत्र में क्या-क्या अवसर संभावनाएं हैं और अन्य जिज्ञासाओं का समाधान भी किया जाएगा | आयुर्वेद महाविद्यालयों के समस्त छात्र/छात्राओं के लिए यह कार्यशाला सुअवसर प्रदान करेगी एवं जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने में प्रेरणादायक सिद्ध होगी|
उपरोक्त कार्यशाला के सफल संचालन हेतु आज दिनांक २५ जनवरी २०२० को संचालक मंडल अध्यक्ष डॉ. आर. के. चौरसिया (कुलसचिव एल एन मेडिकल विश्वविद्यालय), उपाध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार पांडे (कुलपति मानसरोवर विश्वविद्यालय), सचिव डॉ अखिलेश सिंह (प्राचार्य सेम आयुर्वेद महाविद्यालय), सह सचिव डॉ भगवती प्रसाद शर्मा (प्राचार्य राजीव गांधी आयुर्वेद महाविद्यालय), कोषाध्यक्ष श्री मनोहर लाल जी शर्मा (प्रान्त कोषाध्यक्ष संस्कृत भारती, मध्य भारत प्रान्त ) के मार्गदर्शन में बैठक सम्पन्न हुई | बैठक में महानगर के समस्त कार्यकर्ताओं को कार्यशाला से संबंधित विभिन्न दायित्व आवंटित किये गये |