गुरव समाज पंचायत पश्चिम क्षेत्र इंदौर के द्वारा, दिनांक 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर गुरव सामुदायिक भवन में गणतंत्र दिवस के रूप में देश पर्व मनाया गया कार्यक्रम में विशेष मुख्य अतिथि
अजय जी तिवारी ओर विशेष अतिथि, गुरव समाज का नाम गौरवान्वित करने वाली बेटी राष्ट्रपति के द्वारा पुरस्कृत, कुमारी बुलबुल नरेंद्र जी पांजरे रहे।
कार्यक्रम का संचालन राजेश सवनेर एवम राहुल गोरे ने किया। गुरव समाज पंचायत ने भारत माता का प्रसाद और स्वल्पाहार कि व्यवस्था की, वितरण श्रीमती मंजू राजेंद्र परदेसी श्रीमती भारती पवन देव राय श्रीमती अर्चना सवनेर श्रीमती सुनीता मनोज बड़ोदिया ने किया कार्यक्रम की रूपरेखा राजेश सवनेर, ने बनाई,,, कार्यक्रम में विशेष सहयोगी ,,पवन देवराय,,, मनीष काले और पिंटू भाई लाइट वाले रहे, आभार रवि जाधम ने माना।
अजय जी तिवारी ओर विशेष अतिथि, गुरव समाज का नाम गौरवान्वित करने वाली बेटी राष्ट्रपति के द्वारा पुरस्कृत, कुमारी बुलबुल नरेंद्र जी पांजरे रहे।
समाज के हेमंत मोराने ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुवात राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान और पूजा के बाद, भारत माता के सन्मुख दीप प्रज्वलित किया समाज के वरिष्ठ, श्री मनोज बड़ोदिया, राजू बड़ोदिया,, कंवरचन्द कुवादे, बसंत कुवादे , वीरेंद्र सेवाडीक,, शांतिलाल चौहान हरिशंकर देवराय, गणेश प्रसाद जी काले ने भारतमाता की आरती की,, जिसे स्वरबद्ध किया संघ के सदस्य पारस जी सवनेर दिनेश बड़ोदिया ने कुमारी बुलबुल पांजरे ने गणेश वंदना पर अपने नृत्य की प्रस्तुति दी ओर समाज के बच्चे कुमार कुलश्रेष्ठ पवन देवराय, खुशी संजय पंवार,,महक सवनेर,,रिया सवनेर,,नंदिनी जाधम,,भूमि तावेडा,,परी जाधम,,दिव्या जाधम ,,तनु जाधम,,कैलाश खटसंधौनी, ने देश भक्ति के गीतों पर अपनी एक से बढ़कर एक प्रस्तुति से कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाया,,, देश और समाज के लिए हमारे क्या कर्तव्य है यह राजेन्द परदेशी, गुरव समाज अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा,,,
कार्यक्रम का संचालन राजेश सवनेर एवम राहुल गोरे ने किया। गुरव समाज पंचायत ने भारत माता का प्रसाद और स्वल्पाहार कि व्यवस्था की, वितरण श्रीमती मंजू राजेंद्र परदेसी श्रीमती भारती पवन देव राय श्रीमती अर्चना सवनेर श्रीमती सुनीता मनोज बड़ोदिया ने किया कार्यक्रम की रूपरेखा राजेश सवनेर, ने बनाई,,, कार्यक्रम में विशेष सहयोगी ,,पवन देवराय,,, मनीष काले और पिंटू भाई लाइट वाले रहे, आभार रवि जाधम ने माना।