संदीप विश्वकर्मा पन्ना/गुनौर -: मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार की अति महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री कन्यादान योजना योजना के तहत 28 फरवरी को जनपद पंचायत गुनौर के सामने प्रेम प्रतीक पैलेस में मुख्यमंत्री कन्यादान एवं निकाह सम्मेलन का विशाल आयोजन किया गया जिसमें गुनौर विधानसभा क्षेत्र के लगभग 363 जोड़ें हिंदू मुस्लिम रीति रिवाज से गृहस्थ जीवन में बंधे। इस कार्यक्रम में सर्वप्रथम मंच में कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष जय नरेश द्विवेदी दुष्यंत सिंह उर्फ गुड्डू राजा कांग्रेस महामंत्री सतेंद्र मिश्रा किसान कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष कल्लू पटेल एनएसयूआई पूर्व जिलाध्यक्ष केसरी अहिरवार आईटी सेल ब्लॉक अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा श्रीकांत तिवारी राम शिरोमणि द्विवेदी अजय मिश्रा अजय अहिरवार रिहाना बानो की उपस्थिति में परिणय सूत्र में बंधे जोड़ों को गृहस्थ जीवन में प्रवेश होने पर आशीर्वाद देते हुए बधाई दी। इसके उपरांत हिंदू मुस्लिम रीति रिवाज से वर वधु ने सात फेरे लेकर जिंदगी भर साथ देने का वचन लिया।
इस कार्यक्रम में ग्रामीण क्षेत्रों से आए विवाहित जोड़ें के बारातियों ने सम्मेलन के दौरान कानाफूसी करते हुए सवालिया निशान खड़ा कर दिया कि साहब आधे से ज्यादा जोड़े तो कागजी कोरम पूर्ति खानापूर्ति के तहत प्रदेश की कमलनाथ सरकार की भारी भरकम राशि को कमीशन खोरी के तहत भ्रष्टाचार करने की जुगत लगाई गई है अगर यही राशि उपयुक्त वर-वधू पक्षों को दी गई होती तो किसी गरीब का घर तो बसता ही बल्कि उसको संसाधन जुटाने में आर्थिक मदद मिलती मगर ऐसा नहीं हुआ बल्कि पूर्व की शिवराज सरकार की भांति भ्रष्टाचार एवं कमीशन खोरी की कार्य प्रणाली के तहत चलित कार्यप्रणाली का जिसका जीता जागता सबूत कुछ पूर्व से विवाहित जोड़े हैं अगर इनकी इस विधानसभा क्षेत्र के विधायक शिवदयाल बागरी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ निष्पक्ष जांच करा ले तो इसकी वास्तविक स्थिति का बड़ा खुलासा हो सकता है क्योंकि मध्य प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाने का, पलीता लगाने का जनपद पंचायत गुनौर में खेल पुराना है ।
जनप्रतिनिधि कार्यक्रम से रहे नदारद -
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत कन्या को दान करने वाले इस विधानसभा क्षेत्र के मुखिया जिनके कर कमलों से वर वधु को हिंदू मुस्लिम रीति रिवाज के मुताबिक परिणय सूत्र में बंधना था वह स्थानीय नौकरशाहों की गैर जिम्मेदाराना कार्यप्रणाली एवं कागजी कोरम पूर्ति की भेंट चढ़ा गया। सम्मेलन के दौरान मंच पर वर वधु को आशीर्वाद देने के लिए जनपद सदस्य सहित अन्य जनप्रतिनिधियों का नदारद रहना एवं कार्यक्रम में उपस्थित न रहना जनपद पंचायत गुनौर की अव्यवस्थाओं को इस कार्यक्रम में खुली रूप से देखा गया ।
51 हजार रुपए की राशि पाने की जुगत में जोड़ो के किए गए फर्जी पंजीयन -
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने शासनकाल में प्रदेश के भांजे और भांजियों के विवाह हेतु पच्चीस हजार रुपए की राशि प्रदान की जाती रही लेकिन कमलनाथ सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की अनुदान राशि को 25000 से बढ़ाकर 51 हजार कर दी जाएगी जिसका प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार में आते ही कर्ज माफी के बाद अपना दूसरा वादा पूरा करते हुए प्रदेश के कन्याओं के विवाह हेतु 51-51 हजार रुपए राशि इस सम्मेलन में वर वधु को प्रदान की गई जिससे 51 हजार रुपए की राशि पाने के लिए जोड़ों का हुजूम उमड़ पड़ा जिसमें कुछ तो सही थे लेकिन आधे से ज्यादा पूर्व में परिणय सूत्र में बंध चुके जोड़ें भी इस योजना का हिस्सा बने। अगर मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में जनपद पंचायत गुनौर में हुए विवाहित जोड़ों की जांच करा ली जाए तो लाखों रुपए के भ्रष्टाचार का खुलासा हो सकता है।