भोपाल। आज पिपरिया में किरार महासभा द्वारा आयोजित महिलाओं के सम्मेलन और समाज के विवाह कार्यक्रम को संबोधित करते हुए किरार समाज की राष्ट्रीय अध्यक्षा श्री मति साधना सिंह चौहान ने सभी मातृशक्तियों को बसंत पंचमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारे धर्म में, संस्कृति में दुर्गा के रूप में पूज कर नारी को शक्तिशाली माना गया है। उन्होने “या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः” मंत्र का उच्चारण करते हुए कहा कि स्त्री के स्थान को सर्वोच्च बताया।
उन्होने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पहले एक समय ऐसा था जब नारी को घर की चार दिवार के अंदर सीमित रखा जाता था लेकिन आज मातृशक्ति न केवल घर के बाहर निकाल रही है बल्कि देश, प्रदेश और समाज का नाम भी रोशन कर रही है lउन्होने समाज की महिलाओं से कहा कि आज के कार्यक्रम की सफलता में बहनो का अद्भुत उत्साह और योगदान देखने को मिला है और इससे यह साबित होता है कि बड़े से बड़े कार्यक्रम को हमारी मातृशक्ति बेहतर तरीके से कर सकती है।
श्रीमति चौहान ने कहा कि हमारे देश की रक्षा मंत्री महिला, विदेश मंत्री महिला, लोक सभा की अध्यक्ष महिला एवं म.प्र. की राज्यपाल महिला यहां तक कि प्रधान मंत्री और राष्ट्रपति के रूप में हमारे देश की बागडोर भी महिला संभाल चुकी हैं। ऐसे कई जिले हैं जहां पर एस.पी. एवं कलेक्टर महिलाएं हैं। हमारे समाज की कई बेटियां है, जो शासकीय नौकरी मे अपनी प्रतिभा दिखा रहीं है। महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपने आप को साबित किया है। महिलाएं हर क्षेत्र में सफलता के साथ आगे बढ़ रही है।
उन्होने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल को महिलाओं के विकास और समृद्धि कि दृष्टि से अब तक सबसे बेहतर शासन बताते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के कार्यकाल में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण मिला जिससे आज अनेक महिलाएं महापौर, नगर पंचायत की अध्यक्ष, जिला पंचायत की अध्यक्ष, जनपद की अध्यक्ष, पंच, संरपंच के रूप में सफलता के साथ काम कर रही हैं। हमारे पूर्व मुख्यमंत्री जी ने हमारी माताओं और बहनों का सम्मान बढ़ाया है ।उन्होने कहा कि हमारी बहनों के कल्याण के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना, कन्यादान योजना, ऐसी कई योजनाएं हैं, जिससे महिलाएं सक्षम बनी हैं।
श्रीमति चौहान ने कहा कि स्त्री और पुरूष दोनों एक दूसरे के पूरक होते हैं। दोनों के आपसी सहयोग से जीवन आगे बढ़ता है। उन्होने अपना उदाहरण देते हुए बताया कि हम दोनों एक दूसरे बिना अपने अस्तित्व की कल्पना नहीं कर सकते हैं। क्योंकि पुरुष ही महिला को आगे बढ़ाने में सहयोग प्रदान करता है। उन्होने कार्यक्रम की सफलता और समस्त कार्यक्रम के संचालन, प्रबंधन के लिए किरार समाज की मातृशक्तियों का धन्यवाद किया l उन्होने नव विवाहित बेटियों को बधाई और नव दंपत्तियों को अच्छे दाम्पत्य जीवन की शुभकामनाएं भी दी।