
अग्रवाल ने केन्द्रीय वित्त मंत्री से आग्रह पूर्ण ध्यानाकर्षण कराया कि एक वर्ष के अंतराल में व्यापारियों द्वारा जीएसटी जो कि नया कर प्रणाली के अंतर्गत क्रियान्वयन हेतु अनेक व्यवसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा अनजाने में त्रुटी संभव है, अतएव इस प्रकार की त्रुटियों को केन्द्र शासन प्रारंभ वर्ष को ध्यान रखते हुए इस तरह की भूल/त्रुटी को सुधार करने के लिए व्यापारियों को सुविधा प्रदान करे। साथ ही किसी भी प्रकार की पेनाल्टी आदि दंडित प्रावधान से मुक्त किया जावे। इसके साथ ही कैट द्वारा केंद्रीय वित्त मंत्री का ध्यान मुद्रा ऋण के प्रभावी क्रियान्वन हेतु बैंको को प्रभावी कार्यवाही हेतु जवाबदेही सुनिश्चित की जाना आवश्यक होगा।
ये हुए शामिल- व्यापारियों से संवाद कार्यक्रम में कैट के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश अग्रवाल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधेश्याम महेश्वरी, भोपाल जिलाध्यक्ष रामबाबू शर्मा, हरीश ज्ञानचंदानी, संगठन मंत्री रमाकांत तिवारी, मनीष अग्रवाल, ललित जैन, शेखावत राय, मनोज अग्रवाल, नंदलाल सचदेवा, सहित बडी संख्या में व्यापारी बंधु उपस्थित हुए।
इनका कहना है-
जीएसटी नया कर प्रणाली के अंतर्गत कई व्यावसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा अनजाने में त्रुटी संभव है। इस प्रकार की त्रुटियों को ध्यान में रखते हुए प्रारंभ वर्ष में केन्द्र सरकार को त्रुटिया सुधारने के लिए सुविधा प्रदान करें एवं व्यापारियों को दंडित प्रावधान से मुक्त किया जाये। .................... कैलाश अग्रवाल, अध्यक्ष, कैट