GWALIOR: अंचल में बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA) और बैचलर ऑफ कम्प्युटर एप्लीकेशन (बीसीए) में छात्रों की रुचि घट गई है। पिछले दो सालों में इन कोर्सेस में एडमिशन की दर घटने के कारण करीब 50 कॉलेजों ने कोर्स ही बंद कर दिए हैं। सरकारी व अनुदानित कॉलेज भी इन कोर्स को बंद करना शुरू कर दिया है। एसएलपी व माधव कॉलेज ने दो साल पहले ही बीबीए कोर्स बंद कर चुके हैं। छात्रों का कहना है कि जब जॉब नहीं मिल रही तो बीबीए व एमसीए करने का क्या फायदा। इन कोर्सेज की निजी कॉलेजों में फीस 25 हजार सालाना है जबकि सरकारी कॉलेजों में 13 से 15 हजार रुपए। वहीं बीकॉम व बीएससी की फीस सिर्फ 6 हजार रुपए है।
इन कोर्स की खाली रहती हैं सीटें
जीवाजी यूनिवर्सिटी
कोर्स सीट एडमिशन 2017
BCA 45 28
BBA 60 55
BTM 25 17
BHM & CITY 60 20
साइंस कॉलेज
कोर्स सीट एडमिशन 2017
BCA 150 60
BSC CS 770 फुल
BSC MATHES 660 फुल
पीजीवी कॉलेज
कोर्स सीट एडमिशन 2017
BCA 60 15
BSC 120 फुल
B.COM 120 फुल
केआरजी कॉलेज
कोर्स सीट एडमिशन 2017
BBA 120 40
B.COM 100 42
BSC 1200 फुल
MATHES 470 फुल
एमएलबी कॉलेज
कोर्स सीट एडमिशन 2017
BBA 60 55
B.COM 640 फुल
B.A. 480 फुल
महाराजा मानसिंह कॉलेज
कोर्स सीट एडमिशन 2017
BBA 30 08
BSC 240 फुल
B.COM 240 फुल
पहले भर जाती हैं बीएससी व बीकॉम की सीटें
अंचल के कॉलेजों में पिछले वर्ष बीकॉम में लगभग 12 हजार और बीएससी में 15 हजार छात्राें ने एडमिशन लिया था। वहीं बीबीए व बीसीए में 6 हजार सीटें होने के बाद भी सिर्फ तीन हजार छात्रों ने एडमिशन लिया। शहर के साइंस कॉलेज, केआरजी, एमएलबी व अनुदानित कॉलेज पीजीवी व महाराजा मानसिंह कॉलेज में संचालित बीकॉम की दो हजार व बीएससी की 3 हजार सीटें वर्ष 2017-18 में फुल हो गईं थीं। जबकि बीबीए व बीसीए की आधी सीटें भी नहीं भरीं जा सकीं थीं।
बीबीए व बीसीए से नहीं मिल रहीं नौकरियां
जीवाजी यूनिवर्सिटी प्रोफेसर डीडी अग्रवाल ने बताया कि बीबीए व बीसीए जैसे कोर्स में ज्यादातर कॉलेज छात्रों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा नहीं दे पा रहे। साथ ही ऐसे कोर्स से छात्रों को जॉब भी नहीं मिल रही। इसलिए छात्र बीकॉम व बीएससी जैसे कोर्स में एडमिशन ले रहे हैं।